Chapter 9 Verse 16

Chapter 9 Verse 16

Aham’, krtuH, aham’, yagyaH, swadha, aham’, aushdham’,
MantraH, aham’, aham’, ev, aajyam’, aham’, agniH, aham’, hutam’ ||16||

Translation: (KrtuH) the performer of yagya i.e. krtu (aham’) I am (yagyaH) yagya (aham’) I am (swadha) offering (aham’) I am (aushdham’) medicinal herb (aham’) I am (mantraH) mantra (aham’) I am (aajyam’) ghee (aham’) I am (agniH) fire (aham’) I am (hutam’) the act of hawan (aham’) I (ev) only am. (16)

 Translation

I am the performer of yagya, I am the yagya, I am the offering, I am the medicinal herb, I am the mantra, I am the ghee, I am the fire and I only am the act of hawan.


अहम्, क्रतुः, अहम्, यज्ञः, स्वधा, अहम्, अहम्, औषधम्,
मन्त्राः, अहम्, अहम्, एव, आज्यम्, अहम्, अग्निः, अहम्, हुतम्।।16।।

अनुवाद: (क्रतुः) यज्ञ करने वाला अर्थात् क्रतु (अहम्) मैं हूँ (यज्ञः) यज्ञ (अहम्) मैं हूँ, (स्वधा) स्वधा (अहम्) मैं हूँ (औषधम्) ओषधि (अहम्) मैं हूँ (मन्त्राः) मन्त्रा (अहम्) मैं हूँ (आज्यम्) घृ ृत (अहम्) मैं हूँ (अग्निः) अग्नि (अहम्) मैं हूँ और (हुतम्) हवनरूप क्रिया भी (अहम्) मैं (एव) ही हूँ। (16)